Ind vs Aus: पर्थ में खेले जा रहे टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारतीय ओपनर केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने शानदार अर्धशतक लगाकर भारत को मज़बूत स्थिति में ला खड़ा किया। पहले दिन 17 विकेट गिरने के बाद, दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन उन्हें ज्यादा सफलता हाथ नहीं लगी। भारतीय टीम ने जसप्रीत बुमराह के शानदार पांच विकेट की बदौलत 46 रनों की पहली पारी की बढ़त ली और दिन का खेल खत्म होने तक इसे 200 के पार पहुंचा दिया।
दिन की शुरुआत: बुमराह का जलवा
दिन की शुरुआत में ही जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने पहली ही गेंद पर एलेक्स कैरी को ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट कराया। कैरी, जो हाल ही में फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, बुमराह की तेज़ गेंद को नहीं संभाल सके। इसके बाद हर्षित राणा ने छोर संभाला और मिचेल स्टार्क तथा नाथन लायन को बाउंसर से परेशान किया।
नाथन लायन, राणा की एक उछाल भरी गेंद को संभालने में नाकाम रहे और केएल राहुल को तीसरी स्लिप में कैच थमा बैठे। इसके बाद स्टार्क और हेज़लवुड ने आखिरी विकेट के लिए 18 ओवरों में 25 रन जोड़े। हालांकि, राणा ने स्टार्क को आउट कर ऑस्ट्रेलिया की पारी 104 रनों पर समेट दी, जिससे भारत को 46 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त मिली।
राहुल और जायसवाल की क्लासिक बैटिंग
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ ज्यादा स्विंग और सीम हासिल नहीं कर पाए, जिससे राहुल और जायसवाल ने शानदार शुरुआत की। दोनों बल्लेबाज़ों ने संयम से खेलते हुए पिच की परिस्थितियों का भरपूर फायदा उठाया। राहुल ने गेंद की लाइन के अंदर खेलते हुए और नरम हाथों से शॉट लगाते हुए बल्लेबाजी की, जबकि जायसवाल ने अपनी तेजी से रन बनाने की प्रवृत्ति पर काबू रखा।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस और नाथन लायन के खिलाफ भी दोनों बल्लेबाज़ आसानी से रन बटोरते रहे। जायसवाल ने कमिंस की शॉर्ट बॉल पर अपरकट लगाते हुए चौका मारा, वहीं लायन की गेंदों को बड़े आत्मविश्वास से डिफेंड किया।
अंतिम सत्र में भी जारी रहा दबदबा
अंतिम सत्र में भी भारत के ओपनर्स का दबदबा कायम रहा, भले ही पिच पर असमान उछाल देखने को मिला। राहुल, वीरेंद्र सहवाग के बाद SENA देशों में तीन बार 100+ रन की ओपनिंग साझेदारी करने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज़ बन गए। ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि, कुछ मौके बनाए। एक बार स्टार्क की गेंद पर जायसवाल ने स्लिप में कैच थमा दिया, लेकिन वह कैच ज़मीन से थोड़ा पहले गिर गया।
राहुल भी एक रन आउट के प्रयास में बच गए, जब स्टीव स्मिथ सीधा थ्रो नहीं मार पाए। जायसवाल ने 120 गेंदों में अपना नौवां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया, जबकि राहुल ने 124 गेंदों में पचासा बनाया। जायसवाल ने स्टार्क की गेंद पर flick लगाते हुए एक शानदार छक्का जड़ा और फिर नाथन लायन की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर छक्का मारकर टेस्ट क्रिकेट में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा छक्के (34) लगाने का रिकॉर्ड तोड़ा।
भारत का ऊपरी हाथ
दूसरी पारी में बिना विकेट गंवाए भारत ने अपनी पहली पारी के स्कोर को पार कर लिया। वहीं, ऑस्ट्रेलिया का दिन खत्म होते समय मार्नस लाबुशेन की मध्यम गति की गेंदबाजी का सहारा लेना दिखाता है कि परिस्थितियां किस तरह बदल गई हैं और भारत किस तरह इस टेस्ट मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर चुका है।